दिल्ली (Delhi) ने अपनी सरकार चुन ली है और इस नई सरकार के सरताज भी ‘आप’ है। ‘आप’ (AAP) मतलब आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party)। जिसपर एक बार फिर दिल्ली ने विश्वास जताया है और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का फिर से मौका दिया है।
भ्रष्टाचार के मामले में लगातार बोलने वाले और जीरो टोलेरेंस की नीति अपनाने का दावा करने वाली आप आदमी पार्टी पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगे हैं। भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़कर दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पर एक बड़ा घोटाला करने का आरोप लगा है।
FIR कर्ता ने गंभीर आरोप लगाते हुए, 7c से बातचीत करते हुए कहा कि बीते 5 साल में लगभग हर मंत्रालय में घोटाला हुआ है और उनके पास इस बात के सबूत भी हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने बुरारी पुलिस स्टेशन में FIR भी करवाई है।
43 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज, पिछली बार से 19 ज्यादा
चुनाव के नतीजे आने के बाद ADR द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से 62 सीटों पर आप ने जीत दर्ज की। 70 विधानसभा वाली दिल्ली में 43 विधायकों (61%) पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। इनमें से 35 विधायकों (53%) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। साल 2015 विधानसभा से ये संख्या 24 थी।
आप के 38 और बीजेपी के 5 विधायकों पर क्रिमिनल चार्जेज
ADR की रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा है कि चुनाव जीते आम आदमी पार्टी के 62 विधायकों में से 38 और बीजेपी के आठ विधायकों में से पांच पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। इनमें आप के 33 विधायक और बीजेपी के चार विधायक खुद के खिलाफ चल रहे आपराधिक मामले का ऐलान भी कर चुके हैं।
ADR द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया है कि कुल 9 विधायक अलग-अलग मामलों में दोषी भी करार किए जा चुके हैं। इनमें एक विधायक पर आईपीसी की धारा- 307 (हत्या की कोशिश) के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित केस 13 विधायकों के खिलाफ चल रहे हैं। इन 13 में से एक विधायक के खिलाफ धारा -376 के तहत दुष्कर्म का भी आरोप है।
ध्यान दे: 7c News इस आरोप की पुष्टि नहीं करता, यह ख़बर शिकायतकर्ता के माध्यम से दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी गई है।