अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीद में बड़ा घोटाला सामने आ रहा है ।
Ayodhya Mandir: रविवार को समाजवादी नेता, पूर्व विधायक तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने अयोध्या में प्रैस कॉन्फ्रेंस कर के आरोप लगाया है की जिस दिन जमीन का बैनामा 2 करोड़ में हुआ उसी दिन उस जमीन का एग्रीमेंट 18.5 करोड़ में हुआ।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपक राय ने इस आरोप को बेबुनियाद और राजनीति बताया है। चंपक राय ने प्रेस कर के बताया कि श्रीरामजनभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जितनी जमीन खरीदी हुई है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी है।
सपा नेता ने लगाए आरोप
पवन पांडे ने यह सवाल उठाया है कि महज दो करोड़ की जमीन की कीमत चंद मिनटों में सारे 18 करोड़ कैसे हो गई ?
हालांकि उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि राम मंदिर के नाम पर राम भक्तों को ठगा जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा है कि जमीन खरीदने के सारे खेल में मेयर और ट्रस्टी का हाथ है। पवन पांडे ने सीबीआई इंक्वायरी की मांग की है।
पवन पांडे ने अयोध्या में मीडिया के सामने रजिस्ट्री की दस्तावेज पेश करते हुए कहा, राम जन्म भूमि के जमीन से लगे एक जमीन जो कि पुजारी हरीश पाठक और उनकी पत्नी ने 18 मार्च की शाम सुल्तान अंसारी और रवी मोहन को दो करोड़ रुपए में बेची थी, वहीं जमीन चंपक राय ने राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से सारे 18 करोड़ में खरीदी। मैं भ्रष्टाचार का आरोप लगाता हूं, ऐसी कौन सी वजह थी जिससे एक जमीन की कीमत कुछ मिनटों में दो करोड़ से 18 करोड़ हो गई ।