CBSE Board Exam 2021: 10वीं और 12वीं क्लास के कई छात्र-छात्राएं रिजल्ट को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के मूल्यांकन फॉर्मूला से संतुष्ट नहीं हैं. CBSE इन स्टूडेंट को अगस्त में लिखित परीक्षा देने का विकल्प देगा. शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल (Ramesh Pokhriyal) ‘निशंक’ ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी. निशंक कोविड के बाद की जटिलताओं के चलते एम्स में भर्ती हैं.
उन्होंने अस्पताल के बेड से ही ट्विटर पर ये जानकारी शेयर की. शिक्षा मंत्री निशंक कल कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षाओं के बारे में छात्रों के सवालों का सोशल मीडिया पर जवाब देने वाले थे. लेकिन किन्हीं कारणों से इसका आयोजन नहीं हो पाया और उन्होंने एक ऑडियो मैसेज पोस्ट करते हुए अगस्त में ये लिखित परीक्षा का विकल्प देने की बात कही.
अपने मैसेज में उन्होंने कहा, “10वीं और 12वीं क्लास के जो स्टूडेंट CBSE के मूल्यांकन फॉर्मूला से संतुष्ट नहीं हैं उन्हें परेशान होने की जरुरत नहीं है. आपके लिए अगस्त में लिखित परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी.” साथ ही उन्होंने कहा, जैसा की CBSE पहले ही स्पष्ट कर चुका है जो छात्र ये लिखित परीक्षा का विकल्प चुनेंगे उन्हें इसमें मिले मार्क्स को ही मानना होगा. लिखित परीक्षा देने वाले छात्र मूल्यांकन फॉर्मूला के तहत दिए गए मार्क्स देने की दोबारा मांग नहीं कर सकते.”
बता दें कि CBSE ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय के बाद 1 जून को अपनी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी थी. दरअसल अप्रैल के बाद से बड़ी संख्या में छात्र और अभिभावक कोविड के मामलों में वृद्धि के कारण परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे.
इसके बाद सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट में कक्षा 12 के मूल्यांकन फॉर्मूला को लेकर अपना जवाब दिया था. जिसके अंतर्गत सीबीएसई 12वीं कक्षा के छात्रों का परिणाम कक्षा 10 ,11 के फाइनल मार्क्स और कक्षा 12 में उनके प्रदर्शन पर आधारित होगा. कोर्ट ने मूल्यांकन फॉर्मुला को व्यावहारिक बताते हुए इसपर अपनी रजामंदी दी थी.