मध्य प्रदेश के चित्रकूट इलाके में 12 फरवरी को स्कूल बस के अंदर से बंदूक की नोक पर अगवा किए गए एक औषधीय तेल कारोबारी के दो जुड़वां बच्चो की हत्या कर दी और 11 दिन बाद शवों को यूपी के बांदा जिले से सटे यमुना नदी में बहा दिया।
19 फरवरी को फिरौती के रूप में 20 लाख रुपये का भुगतान करने के बावजूद उनके अपहरणकर्ताओं द्वारा लगभग पांच साल की उम्र में जुड़वा भाइयों श्रेयांश और प्रियांश की हत्या कर दी गई थी। जांच के बाद ये बात सामने आयी है कि अपहरणकर्ताओं ने 21 फरवरी को जुड़वां भाइयों का गला घोंट कर उनकी हत्या कर दी थी। अपहरणकर्ताओं की माने तो उन्हें दर था की बच्चो ने उन्हें पहचान लिया है।
अपहरण के संभावित मास्टरमाइंड सहित पांच लोग, को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दे की अपहरणकर्ताओं में से एक, जुड़वा बच्चों को निजी ट्यूशन दिया करता था।
एमपी के सतना जिले के चित्रकूट क्षेत्र में सदगुरु पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल के बाहर, 12 फरवरी को दोपहर 12 :15 बजे स्कूल बस से जुड़वां बच्चों के अपहरण की सनसनीखेज घटना के बाद से पुलिस ने मध्य प्रदेश और उत्तरप्रदेश में जुड़वां बच्चों की और उनके अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू कर दी थी।
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मध्यप्रदेश पुलिस के DGP वीके सिंह ने करीब नौ दिन पहले अपहरणकर्ताओं के जुड़वा बच्चों के बारे में जानकारी देने वाले को 50,000 रुपये का इनाम देने की घोषड़ा की थी। एमपी के सीएम कमलनाथ द्वारा शनिवार को भोपाल में पीएचक्यू में राज्य के पुलिस अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद, राज्य के डीजीपी वीके सिंह ने पत्रकारों से कहा था कि “हमें मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और हम अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने के करीब हैं।”
मामले को ले कर राजनीती शुरू
मध्यप्रदेश में विपक्षी पार्टी भाजपा ने जुड़वाँ भाइयों को जीवित बचा पाने में विफलता के लिए गृह मंत्री बाला बच्चन के इस्तीफा की मांग की है, वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने यूपी सरकार और पुलिस पर हत्या का दोष लगाया है और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है।
“बच्चों को बचाने के लिए एमपी और यूपी पुलिस का संयुक्त अभियान चल रहा था, लेकिन क्युकी बच्चो के शव यूपी के से मिले हैं इसलिए यूपी पुलिस और सरकार को दोषी ठहराया जा रहा है। हमारे गृह मंत्री के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं है, इसके बजाय यूपी के सीएम को इस्तीफा देना चाहिए, ”रविवार को भोपाल के कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा।