गणतंत्र दिवस (Republic Day) भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। भारत को स्वतंत्र गणराज्य बनाने की दिशा में 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था।
बीते दिन जब देश 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, राजपथ पर विदेशी मेहमानों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे, तब दूसरी ओर कांग्रेस (Congress) देश के प्रधानमंत्री को भारत के संविधान की प्रति भेजने की तैयारी कर रही थी।
कांग्रेस (Congress) के आधिकारिक ट्विटर (Twitter) अकाउंट से एक ट्वीट (Tweet) कर इसकी जानकारी दी गई। ट्वीट में ई-कॉमर्स वेबसाइट ‘अमेजन’ से ऑनलाइन संविधान की प्रति खरीदने का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा है, ‘प्रिय प्रधानमंत्री, संविधान की प्रति जल्द आप तक पहुंच रही है। जब आपको देश को बांटने से समय मिल जाए तो कृपया इसे पढ़ें।’
Dear PM,
— Congress (@INCIndia) January 26, 2020
The Constitution is reaching you soon. When you get time off from dividing the country, please do read it.
Regards,
Congress. pic.twitter.com/zSh957wHSj
माना जा रहा है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी को नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली (Delhi) के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में चल रहे प्रदर्शन के चलते भारत के संविधान की प्रति भेजी है। शाहीन बाग में एक महीने से ज्यादा वक्त से संशोधित कानून के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
महिलाएं अपनी मांग पर अड़ी हैं कि जब तक केंद्र सरकार CAA को वापस नहीं ले लेती, वह धरनास्थल से नहीं हटेंगी। दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी भी सूरत में वापस नहीं होगा।
रविवार को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों पर तंज कसते हुए शाह ने एक चुनावी रैली में कहा, ‘बटन (EVM) तब इतने गुस्से के साथ दबाना कि बटन यहां बाबरपुर में दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे।’ दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर शाह इन दिनों लगातार चुनावी प्रचार कर रहे हैं।