गोवा के मुख्यमंत्री Manohar Parrikar की हालत खराब होती जा रही है। जिसके चलते एक बार फिर से गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर को बदलने की चर्चा की कवायद शुरू हो गई है। गोवा बीजेपी के डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने माना कि पार्टी की मेटिंग में पर्रिकर की जगह किसी और को सीएम बनाने की ख्याल पे चर्चा हुई है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि इसका फैसला आज यानि रविवार को पार्टी नेताओं और विधायकों की होने वाली बैठक में लिया जाएगा।
डिप्टी स्पीकर और बीजेपी नेता माइकल लोबो ने बताया कि यह बैठक पर्रिकर की सेहत पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी, जिसमें फिलहाल कोई सुधार नहीं नजर आ रहा है। ऐसे में पार्टी को विकल्पों पर चर्चा के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और गठबंधन को विश्वास में लेना पड़ रहा है। उनके मुताबिक, “पर्रिकर की हालत बीती रात से कुछ ठीक नहीं है। डॉक्टर लगातार उनकी तबीयत पर निगाह बनाए हुए हैं। और वे ऐसा नहीं बोल पा रहे कि सीएम ठीक हो जाएंगे, इसलिए यह बैठक रखी गई कि आगे क्या रणनीति होनी चाहिए।”
गठबंधन में है गोवा की बीजेपी सरकार
भाजपा गोवा में महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और तीन निर्दलीय विधायकों के साथ गठबंधन में है। गौरतलब है की अपनी एकजुटता दीखाने के लिए, शनिवार शाम, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन विधायक और तीन स्वतंत्र विधायक परिकर के निजी आवास गए थे।
यह भी पढ़े: LOK SABHA ELECTIONS 2019: जानिए आपके शहर में कब है वोटिंग?? ये पूरी लिस्ट
पर्रिकर की सेहत में नहीं आ रहा सुधार
मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर काफी लंबे समय से अग्नाश्य संबंधी बीमारी से जूझ रहे हैं। उनका इलाज दिल्ली के एम्स सहित गोवा, मुंबई और अमेरिका के कई अस्पतालों में हो चुका है, लेकिन उसके बावजूद उनकी सेहत में सुधार नहीं है। बीते कुछ दिनों से उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। इस बीच गोवा में उनकी सरकार पर भी संकट बना हुआ है, शनिवार को कांग्रेस ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया।
यह भी पढ़े: LOK SABHA ELECTIONS 2019: यूपी में कांग्रेस ने जारी की दूसरी लिस्ट, इन दिग्गजों का नाम है शामिलट
कांग्रेस ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
कांग्रेस ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को चिट्ठी लिखकर गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश किया है। पार्टी का कहना है कि फ्रांसिस डिसूजा के निधन के बाद से विधानसभा में भाजपा के महज 13 विधायक हैं। मनोहर परिकर के नेतृत्व वाली सरकार लोगों का विश्वास खो चुकी है।