तेलंगाना (Telangana) के हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुए गैंगरेप और उसके मर्डर (Hyderabad gangrape and murder case) के मामले में शुक्रवार सुबह बड़ा मोड़ आ गया। घटनास्थल पर आरोपियों के साथ सीन रिक्रिएट करने गई पुलिस ने एनकाउंटर में चारों आरोपियों को मार गिराया है।
इसके बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मामले की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि वह घटनास्थल पर आरोपियों के साथ पीड़िता का मोबाइल खोजने गई थी, जिसे आरोपियों ने वहां छिपाया था। इस दौरान आरोपियों ने पहले पुलिस पर पत्थरबाजी की और बाद में पुलिसकर्मियों के हथियार छीन लिए। हथियार छीनने के बाद आरोपी फायरिंग करके भाग रहे थे, तभी पुलिस ने एनकाउंटर में उन्हें मार गिराया।
एनकाउंटर में मारे गए डॉ दिशा के आरोपी चिंताकुटा की पत्नी रेनुका सामने आई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आरोपी चिंताकुटा की पत्नी रेनुका ने कहा कि मेरे पति की मौत के बाद अब कुछ बचा नहीं हैं। पुलिस मुझको भी उस जगह लेकर चले जहां मेरे पति का एनकाउंटर किया है और मुझको भी वहां मार दे। 20 वर्षीय चिंताकुटा की हाल ही में रेनुका के साथ शादी हुई थी। चिंताकुटा तेलंगाना के नारायणपेट जिले के गुडीगांडला गांव का रहने वाला था।
परिजनों ने आरोपियों के शवों को लेने से किया इनकार
गैंगरेप और हत्याकांड के आरोपियों के शवों को उनके परिजनों ने लेने से मना कर दिया है। लिहाजा अब तेलंगाना पुलिस सभी आरोपियों का अंतिम संस्कार कर सकती है।
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गौतम गंभीर बोले- न्यायिक व्यवस्था में होना चाहिए सुधार
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि न्यायिक व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। फास्ट ट्रैक कोर्ट का फैसला अंतिम होना चाहिए और उसके खिलाफ न तो अपील करने की इजाजत होनी चाहिए और न ही दया याचिका लगाने की अनुमति होनी चाहिए। अगर डॉ दिशा के आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे, तो मैं हैदराबाद पुलिस के साथ खड़ा हूँ।