India vs England Women’s Test: शैफाली वर्मा और स्मृति मंधना द्वारा ओपनिंग विकेट के लिए १67 रन की शुरुआत देने के बावजूद भारत ने अंतिम आधे घंटे के खेल में अपनी लय खो दी। गौरतलब है कि दिन कि शुरुआत में इंग्लैंड के अंतिम क्रम के बल्लेबाज़ों ने भारत को बहुत छकाया और जब उनका स्कोर 9 विकेट पर 396 रन तो पारी समाप्ति की घोषणा कर दी। सोफ़िया डंकले ने अपने पदार्पण टेस्ट में 74 रन की नाबाद पारी खेली जबकि अन्या श्रुब्सोल ने 33 गेंद में 47 रन की तेजतर्रार पारी खेली।
बड़े स्कोर के सामने भारत की ओपनिंग जोड़ी ने कोई भी जल्दबाज़ी नहीं दिखाई। शैफाली वर्मा ने अपने पहले ही टेस्ट में बहुत परिपक्वता के खेल का प्रदर्शन किया और अपने आक्रामक शॉट्स के साथ साथ रक्षात्मक खेल से भी सभी को प्रभावित किया वहीँ दूसरी स्मृति जिन्होंने पिछले इंग्लैंड दौरे में डेब्यू मैच में अर्धशतक लगाया था, ने एक बार फिर अपने कलात्मक खेल से सबका मन मोह लिया। 167 रन की साझेदारी भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ओपनिंग विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।
जब भारत के लिए सब कुछ सही चल रहा था और शैफाली डेब्यू में शतक बनाने की ओर अग्रसर थी कि अचानक शतक की जल्दबाज़ी के चक्कर में मिड ऑफ पर कैच दे बैठी। गौरतलब है कि भारतीय महिला क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज ने डेब्यू टेस्ट में शतक नहीं लगाया। थोड़ी देर में स्मृति भी अपनी एकाग्रता खो बैठी और 78 के स्कोर पर शैफाली कि तरह हवाई शॉट खेलते हुए आउट हो गयी। नाईट वॉचमन के रूप में भेजी गयी शिखा पाण्डे अपना खाता भी नहीं खोल पायी।
भारत को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब कप्तान मिताली राज सोफी एक्स्लेस्टन कि गेंद पर फॉरवर्ड शार्ट लेग पर कैच दे बैठी। खेल ख़त्म होने से कुछ समय पहले पूनम राउत भी हेदर नाइट का शिकार बनी। इस तरह से भारत ने मात्र 16 रन के अंतराल में 5 विकेट खो दिए। अब सारी उम्मीदे उपकप्तान हरमनप्रीत कौर पर टिकी है जो दीप्ति शर्मा के साथ क्रीज़ पर है। दिन के अंतिम ओवर में हरमनप्रीत को भी एलबीडबल्यू आउट दिया गया लेकिन उन्होंने डीआरएस करके अपना विकेट बचाया ।