इससे पहले उनके पार्थिव शरीर का स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में पांच डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है
लेकिन उनकी मौत फांसी लगने से बताई जा रही है. महंत के विसरा रिपोर्ट को संरक्षित रखा गया है. डॉक्टरों ने करीब दो घंटे तक पोस्टमार्टम किया.
पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई है. महंत गिरि की अंतिम यात्रा को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज के शहरी क्षेत्रों में 12वीं तक के सभी स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी कर दी है. उधर पुलिस के आलाधिकारियों ने मामले में आरोपी आनंद गिरि से लंबी पूछताछ की है.
इस बीच, पंचायती अखाड़ा निरंजनी के आचार्य महामंडकेश्वर, कैलाशानंद गिरी जी ने महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि उनमें लिखे गए कई शब्द नरेंद्र गिरि के नहीं हैं. उन्होंने मांग की कि इस मौत की जांच हाईकोर्ट के जज की निगरानी में हो.