प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वीडियो संदेश के जरिये आज सुबह 9 बजे देश को सम्बोधित किया। सम्बोधन के दौरान PM ने कहा “सरकार, प्रशासन, लोगों ने लॉकडाउन (Lock Down) को सफल बनाने के लिए बहुत मेहनत की है। यह दुनिया के लिए एक मिसाल है। बहुत से देश हम जो कर रहे हैं, उसके प्रति आभार जता रहे हैं।”
क्या हैं कोरोना के आंकड़े?
देशभर में गुरुवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) के 500 से अधिक मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या 2,500 को पार कर गई, जबकि इनमें से 76 लोगों की मौत हो चुकी है।
जानिये क्या कहा PM मोदी ने
पीएम ने कहा, “कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन को आज नौ दिन हो रहे हैं। इस दौरान आप सभी ने जिस प्रकार अनुशासन और सेवा भाव दोनों का परिचय दिया है वो अभूतपूर्व है। शासन प्रशासन और जनता ने इस स्थिति को अच्छे ढंग से संभालने का पूरा प्रयास किया है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आपने जिस प्रकार 22 मार्च रविवार के दिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले हर किसी का धन्यवाद किया वो भी आज सभी देशों के लिए एक मिसाल बन गया है। आज कई देश इसको दोहरा रहे हैं।” पीएम ने कहा, “हमारे यहां माना जाता है कि जनता जनार्दन, ईश्वर का ही रूप होती है। इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो, तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए।”
5 अप्रैल को देश से मांगे 9 मिनट
पीएम ने कहा, “ये लॉकडाउन का समय जरूर है, हम अपने अपने घरों में जरूर हैं, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है, हर व्यक्ति का। इस कोरोना संकट से जो अंधकार और अनिश्चितता पैदा हुई है, उसे समाप्त करके हमें उजाले और निश्चितता की तरफ बढ़ना है। इस अंधकारमय कोरोना संकट को पराजित करने के लिए, हमें प्रकाश के तेज को चारो दिशाओं में फैलाना है।”
घर की सभी लाइटें बंद करके,
— PMO India (@PMOIndia) April 3, 2020
घर के दरवाजे पर या बालकनी में,
खड़े रहकर,
9 मिनट के लिए मोमबत्ती,
दीया,
टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं: PM @narendramodi #IndiaFightsCorona
सोशल डिस्टन्सिंग का रखना है ख्याल
पीएम ने कहा, ‘घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं. और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे, चारो तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का ऐहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा. उस प्रकाश में, उस रोशनी में, उस उजाले में, हम अपने मन में ये संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं, कोई भी अकेला नहीं है. 130 करोड़ देशवासी, एक ही संकल्प के साथ कृतसंकल्प हैं.’