कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) शनिवार की शाम को गिरफ्तार पूर्व IPS एसआर दारापुरी के घर जा रही थीं। रास्ते में पुलिस ने उन्हें धारा 144 (Section 144) लगे होने के कारण जाने से रोका। जिसके बाद प्रियंका गांधी एक कार्यकर्ता के साथ स्कूटी (Scooty) पर सवार हो गईं। हालांकि पुलिस ने स्कूटी को भी बाद में रोक दिया। जिसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा पैदल ही निकल पड़ीं।
स्कूटी पर बिना हेलमेट बैठने के मामले में अब लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को चालान भेजने का फैसला किया है। जिस स्कूटी पर प्रियंका गांधी वाड्रा बैठीं थीं, नियमों के उल्लंघन के लिए उस स्कूटी के चालक का चालान किया जाएगा। प्रियंका गांधी का भी ई-चालान किया जाएगा।
स्कूटी के चालान की बात सामने आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने इसे तानाशाही बताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को चालान काटने से पहले ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि प्रियंका जी कार से जा रही थीं। लेकिन पुलिस ने उनकी गाड़ी को रोका, जिसके कारण से उन्हें स्कूटी पर बैठना पड़ा।
गला दबाकर मुझे रोका:
प्रियंका कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लखनऊ में पूर्व आईएएस (IAS) अधिकारी एसआर दारापुरी के परिवारों से मिलने उनके घर जा रही थी। लेकिन प्रियंका गांधी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें गला दबाकर रोकने की कोशिश की गई। आरोप है कि महिला पुलिस अधिकारी ने उन्हें रोका था। उन्हें पुलिस ने गला दबाकर मुझे रोका, ना केवल रोका गया, बल्कि मेरा गला दबाया गया। मुझे पकड़कर धकेला दिया जिसकी वजह से मैं गिर गई।