नवजोत सिद्धू के इस्तीफे से पंजाब कांग्रेस में शुरू हुई राजनीतिक हलचल के बीच बुधवार को पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी ने कैबिनेट की बैठक ली। इसमें बिजली बिल को लेकर पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके बाद चन्नी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया।
बता दें कि पंजाब समेत बाकी राज्यों में भी आम आदमी पार्टी ने फ्री बिजली देने का वादा किया था. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया ने कई मौकों पर कहा कि दिल्ली की तरह इन राज्यों में भी सरकार बनने पर फ्री बिजली देंगे.पंजाब के लिए AAP ने वादा किया था कि अगर सरकार बनी तो वह लोगों को 300 यूनिट तक बिजली फ्री देंगे. AAP के इस वादे ने पंजाब में राजनीतिक बैचेनी बढ़ा दी थी.
चन्नी ने ऐलान किया कि दो किलोवाट के डिफाल्टर उपभोक्ताओं के बिल सरकार भरेगी। 53 लाख परिवार ऐसे हैं जो बिल नहीं भर पा रहे हैं। इससे सरकार पर 1200 करोड़ का बोझ पड़ेगा। वहीं नवजोत सिद्धू के इस्तीफे पर चन्नी ने कहा कि विधायक परगट सिंह को सिद्धू को मनाने के लिए भेजा गया था।
इससे पहले मंगलवार देर रात तक नवजोत सिंह सिद्धू के पटियाला स्थित आवास पर गहमागहमी का माहौल बना रहा। उनके नजदीकी नेता उनसे मिलने आए। सिद्धू को उनके करीबी नेता लगातार मना रहे हैं कि वह अपना इस्तीफा वापस ले लें। सिद्धू को मनाने विधायक कुलजीत नागरा, विधायक इंद्रबीर बुलारिया, कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना, परगट सिंह, सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा, सुखपाल खैरा, सुखविंदर सिंह डैनी, अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग, निर्मल सिंह शुतराणा, बाबा हैनरी, कुलबीर सिंह जीरा भी पटियाला पहुंचे थे।