शाहीन बाग में युवक ने क्यों चलाई गोलियां, चाचा ने खोला राज
दिल्ली के शाहीन बाग प्रदर्शन (Shaheen Bagh Protest) स्थल पर शनिवार को फायरिंग करने वाले युवक कपिल गुज्जर (Kapil Gujjar) के परिवार के सदस्यों ने कहा है कि वह कट्टरपंथी नहीं है।
परिजनों ने बताया कि कपिल एक सामान्य लड़का है और वह वहां प्रदर्शन के चलते सड़क बंद रहने को लेकर परेशान था। शाहीन बाग प्रोटेस्ट (Shaheen Bagh Protest) के कारण उसे दिल्ली (Delhi) आने में 10 किलोमीटर की जगह 35 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही थी और वह इस ठंड के मौसम में रोज रात को एक बजे घर पहुंचता था।
कपिल (25) के चाचा फतेह सिंह ने कहा, ‘सामान्य दिनों में बदरपुर डेयरी (Badarpur Dairy) पहुंचने में 2 घंटे लगता है। उसे 10 किलोमीटर सफर करना पड़ता था। लेकिन प्रदर्शन के चलते उसे 35 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती थी और वह एक बजे रात को घर पहुंचता था।
उन्होंने कहा कि इस परिवार की दल्लूपुरा (Dallupura) में एक छोटी और बदरपुर (Badarpur) में एक बड़ी डेयरी है और कालिंदीकुंज (Kalindi Kunj) में रोड नंबर 13 के बंद रहने से धंधा प्रभावित हो रहा था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि कपिल रिपोर्टर बनना चाहता था। लेकिन उसने बीच में ही कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी और डेयरी के धंधे में लग गया।
कपिल के भाई ने दावा किया कि उसे फंसाया गया है। उसे किसी ने भड़काया है। कपिल के भाई ने कहा कि गांव में उसके परिवार का अच्छा नाम है और उनके परिवार ने 8 मुस्लिम परिवारों को किराये पर कमरा भी दिया है।
कपिल के भाई ने कहा, “उसके मुस्लिम दोस्त हैं और त्योहारों में वे हमारे घर आते हैं, मुसलमानों के लिए उसके मन में कभी कोई नफरत नहीं थी, न ही उसके मन में किसी धर्म को लेकर कोई कट्टरपंथी विचार थे, उसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई रिश्ता नहीं है। उसका रोजाना का काम दूध के बिजनेस तक ही सिमटा हुआ है।”
रिपोर्टर बनना चाहता था कपिल
फतेह सिंह ने कहा कि इस परिवार का दल्लूपुरा में एक छोटी और बदरपुर में एक बड़ी डेयरी है और कालिंदीकुंज में रोड नंबर 13 के बंद रहने से धंधा प्रभावित हो रहा था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि कपिल रिपोर्टर बनना चाहता था, लेकिन उसने बीच में ही कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी और डेयरी के धंधे में लग गया। उन्होंने बताया कि वसंधुरा के एक स्थानीय स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने दिल्ली के आईएमएस कॉलेज में मीडिया कोर्स के लिए दाखिला लिया था।