हाथरस गैंगरेप कांड (Hathras Gangrape Case) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. सीएम योगी (CM Yogi) ने ट्वीट करके जानकारी दी कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए. इस मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) ने कहा कि हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे. प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है. यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा. त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.
क्या है पूरा मामला
हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित युवती की मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई. आरोप है कि ऊंची जाति के चार लोगों ने उसके साथ एक पखवाड़ा रेप किया था. गैंगरेप के उन चारों आरोपियों को एससी-एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है.
पीड़िता ने चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में रामू और लवकुश को भी गिरफ्तार किया गया और फिर चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
चारों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा.
पीड़िता को घटना के दूसरे दिन अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कलेज में भर्ती कराया गया था. वहां वह वेंटिलेटर पर थी और शुरुआत से ही उसकी हालत चिंताजनक थी. इस पर दो दिनों के मंथन के बाद सोमवार को ही उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई. मृत्यु के धारा 302 (हत्या) भी लगा दी गई है.