उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) से पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ ताल ठोकने वाले तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में तेज बहादुर को पकड़ा है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में करनाल से मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ जेपीपी के टिकट पर तेज बहादुर यादव चुनाव लड़ रहा है।
क्या है मामला?
झांसी में बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे तेज बहादुर यादव को गिरफ्तार किया गया है। वे उन 39 लोगों में शामिल हैं जो झांसी में पुष्प्रेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में धरने पर बैठे थे। झांसी पुलिस के अनुसार, शनिवार की रात बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर फायर कर उनकी कार लूट ली थी। हमले में इंस्पेक्टर धर्मेंद्र के चेहरे पर फायर बर्न के निशान मिले थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पुलिस ने उसी रात नाकेबंदी कर पुष्पेंद्र को गुरसरांय थाना इलाके में फरीदा के पास मुठभेड़ में मार गिराया था। उस वक्त पुष्पेंद्र के साथ दो और लोग थे। लेकिन, वे फरार हो गए।
बता दें कि तेज बहादुर मंगलवार को पुष्पेंद्र यादव के घर पहुंचकर उनके परिवार वालों से मुलाकात की थी और उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया था, जबकि बुधवार को तेज बहादुर को गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले भी उठे हैं एनकाउंटर पर सवाल
पिछले साल भी जिले में ही एक एनकाउंटर डील की खबर ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। मऊरानीपुर कोतवाल सुनीत कुमार सिंह का बंगरा के पूर्व ब्लाॅक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर लेखराज सिंह से एनकांउटर की डील करते हुए ऑडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद सुनीत को सस्पेंड कर दिया गया था। लेखराज भी सपा के नेता थे।
गौरतलब है कि शनिवार रात दुस्साहसिक तरीके से मोंठ थाने के इंस्पेक्टर पर हमला करने के बाद कार लूटकर भागने वाले पुष्पेंद्र यादव को गुरसराय थाना क्षेत्र में रविवार को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। लोकसभा चुनाव में तेजबहादुर यादव ने वाराणसी से सपा की टिकट पर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नामांकन किया था, लेकिन चुनाव आयोग ने उसे अयोग्य साबित कर दिया था। इस बार उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
कौन है तेज बहादुर यादव?
बता दें कि पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव राता कला के निवासी हैं। वह 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद 21 साल की उम्र में बीएसएफ में भर्ती हो गए थे। तेज बहादुर सेना में मिलने वाले खाने की आलोचना भरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आए थे। सेना का अपमान और अंदरूनी बातों को लीक करने का दोषी सेना की कोर्ट ने मानते हुए तेज बहादुर को अप्रैल 2017 में बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया था।
हम पूरी तरह विज्ञापन से मुक्त हैं. इसलिए हमें आपके सहयोग की जरूरत है.
7c न्यूज़ की पत्रकारिता के भविष्य के लिए आपका समर्थन महत्वपूर्ण है। अगर आप भी एक तथ्यात्मक, ईमानदार रिपोर्टिंग को महत्वपूर्ण समझते है तो हमारा समर्थन जरूर करे