शिमला 1 खूबसूरत हिल स्टेशन है जो हिमाचल प्रदेश की राजधानी भी है। यह समुद्र तल से 2202 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है शिमला को हिल स्टेशन की रानी के नाम से भी जाना जाता है। शिमला जिला 1972 में निर्मित किया गया था इस जगह का नाम मां काली के नाम पर रखा गया था।
यहां पर बहुत से महत्वपूर्ण पहाड़ है जैसे कि जाखू, प्रॉस्पैक्ट,ऑव्सर्वेटरी, एलीसियम और समर इस जगह की महत्वपूर्ण पहाड़ियाँ हैं।सन सन 1864 में अंग्रेजों ने शिमला को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया था स्वतंत्रता के बाद यह कुछ दिन तक पंजाब की राजधानी भी रही है।
शिमला के लोगों को अनौपचारिक रूप से शिमलावासी के नाम से भी पुकारा जाता है। यहां बहुत से त्योहार मनाए जाते हैं जिनमें तीन-चार दिन तक चलने वाला शिमला समर फेस्टिवल प्रमुख है जो कि हर वर्ष पिक पर्यटन सीजन के दौरान रीज पर आयोजित किया जाता है। इसका मुख्य आकर्षण देशभर के लोकप्रिय गायकों द्वारा प्रदर्शन होता है 2015 से 95.0 बिग एफएम और हिमाचल टूरिज्म द्वारा हर साल संयुक्त रूप से क्रिसमस से नए साल तक शीतकाल कार्निवल का आयोजन किया जाता है।
कालीबाड़ी मंदिर
यह मंदिर स्कैंडल प्वाइंट से जनरल पोस्ट ऑफिस से की ओर कुछ गज की दूरी पर स्थित है। माना जाता है कि यहां श्यामला देवी की मूर्ति स्थापित है।
जाखू मंदिर
शिमला से 2.5 किलोमीटर चढ़ाई करने पर यह मंदिर स्थित है। चर्च के पास से पैदल मार्ग से भी जा सकते हैं और आप टैक्सी या फिर पोनी से भी जा सकते हैं। यह समुद्र तल से 2455 मीटर की ऊंचाई पर है यह भगवान हनुमान जी का प्राचीन मंदिर है। यहां से आपको पूरा शिमला दिखाई पड़ेगा जो कि बहुत ही सुंदर नजारा लगता है।
माल रोड
माल रोड पर आपको बहुत पर्यटन घूमते मिल जाएंगे यहां ज्यादातर शॉपिंग की दुकान होटल और अनेक रेस्टोरेंट है। और लक्कड़ बाजार भी है जो लकड़ी के सामान के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
शिमला कैसे जाएं
दिल्ली से शिमला की दूरी 348 km है दिल्ली से आपको वोल्वो बस भी मिल जाएगी और नॉर्मल बस भी मिल जाएगी। अगर
आप सफर का आनंद लेना चाहते हैं तो आप टॉय ट्रेन से भी जा सकते हैं वह आपको कालका से मिल जाएगी और आपको शिमला ही उतारेगी और आप अपनी पर्सनल कार से भी जा सकते हैं।