नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने शनिवार को ट्वीटर (twitter) पर यह कहकर सबको चौंका दिया है कि वह विचार कर रहे हैं कि रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर (twitter), फेसबुक (facebook) को छोड़ दें. उन्होंने लिखा, ‘फेसबुक (facebook), ट्विटर (twitter), इंस्टाग्राम (instagram) और यूट्यूब (youtube) पर इस रविवार को सोशल मीडिया (social media) अकाउंट छोड़ने की सोच रहा हूं’. हालांकि अभी तक प्रधानमंत्री की ओर से यह साफ़ नहीं किया जा रहा है कि उनके इस फैसले के पीछे क्या वजह है. लेकिन इसको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. गौरतलब है कि पीएम मोदी सोशल मीडिया में काफ़ी लोकप्रिय हैं और सक्रिय भी. पीएम मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (donald trump) के बाद ट्विटर (twitter) पर सबसे ज़्यादा फॉलो किए जाने वाले नेता हैं. ट्विटर पर पीएम मोदी के 5 करोड़ 33 लाख फॉलोअर (followers) हैं. वहीं फेसबुक पर पीएम मोदी के 4 करोड़ 4 लाख फॉलोअर हैं. इंस्टाग्राम की बात करें तो पीएम मोदी के 3 करोड़ 52 लाख फॉलोअर्स हैं.
किसने क्या कहा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी(rahul gandhi) ने कहा पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, ‘नफ़रत छोड़िए, सोशल मीडिया अकाउंट्स नहीं.’
Give up hatred, not social media accounts. pic.twitter.com/HDymHw2VrB
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 2, 2020
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव(akhilesh yadav) ने कहा, सामाजिक संवाद के रास्ते बंद करने की सोचना अच्छी बात नहीं है. छोड़ने के लिए और भी बहुत कुछ सार्थक है साहब..जैसे सत्ता का मोह-लगाव, विद्वेष की राजनीति का ख़याल, मन मर्ज़ी की बात, चुनिंदा मीडिया से करवाना मनचाहे सवाल और विश्व विहार..कृपया इन विचारणीय बिंदुओं पर भी करें विचार!
सामाजिक संवाद के रास्ते बंद करने की सोचना अच्छी नहीं है बात… छोड़ने के लिए और भी बहुत कुछ सार्थक है साहब… जैसे सत्ता का मोह-लगाव, विद्वेष की राजनीति का ख़्याल, मन-मर्ज़ी की बात, चुनिंदा मीडिया से करवाना मनचाहे सवाल और विश्व विहार… कृपया इन विचारणीय बिंदुओं पर भी करें विचार!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 2, 2020
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘सोशल मीडिया के हटने की बात कहना पीएम मोदी का ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने की एक नई चाल है.’
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, पीएम मोदी की अचानक घोषणा से कई परेशान हैं कि क्या ये देशभर में इन सेवाओं को बंद करने की भूमिका है. वैसे पीएम मोदी को ख़ुद अच्छे से पता है कि सोशल मीडिया अच्छी, सकारात्मक और ज़रूरी संवाद का ज़रिया हो सकता है. इसका इस्तेमाल नफ़रत फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए.’
सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने कहा, जीडीपी लगी गिरने तो टीआरपी स्टंट लगे बढ़ाने.
जीडीपी लगी गिरने तो टीआरपी स्टंट लगे बढ़ने!!#DhyaanBhatkaoYojna
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 2, 2020
इन सब बयानों और अटकलों के बीच सबसे बड़ा सवाल अब भी बना हुआ कि आखिर क्यों छोड़ना चाहते हैं पीएम मोदी सोशल मीडिया.
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क्या भारत लॉन्च करने जा रहा अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
हाल ही में फेसबुक और गूगल के साथ डाटा और तमाम कई तरह की व्यवसायिक गतिविधियों को लेकर हुए विवाद के बाद यह मांग उठ रही थी भारत के पास भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म होने चाहिए. उनके इस ट्वीट के बाद इस बात की भी अटकलें सोशल मीडिया पर लगाए जा रहे हैं. लेकिन अगर ऐसी कोई भी योजना होती तो पहले से इसकी सूचना दी जाती. हालांकि पीएम मोदी की सरकार गोपनीयता के लिए भी जानी जाती है. कई फैसले ऐसे लिए गए जिनकी भनक पहले किसी को भी नहीं थी.
अमित शाह को प्रोजेक्ट करने की तैयारी
गृहमंत्री अमित शाह इस समय सरकार में नंबर 2 की भूमिका में है और साथ ही वह संगठन में भी सबसे ताकतवर हैं. अमित शाह को पीएम मोदी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है. केंद्र में दोबारा सरकार बनने के बाद जितने भी बड़े फैसले लिए गए हैं उसमें अमित शाह ही मुख्य भूमिका में उभर कर सामने आए हैं. पीएम मोदी अभी तक कई मुद्दों पर जनता से सीधे संवाद करने के लिए सोशल मीडिया पर करते रहे हैं. तो क्या अब यह भूमिका शाह निभाएंगे.