केदारनाथ धाम 2025: कपाट खुले, देखें बाबा केदार के पहले दर्शन की भव्य तस्वीरें

उत्तराखंड के पवित्र हिमालय क्षेत्र में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट आज प्रातः 7:00 बजे विधिवत मंत्रोच्चार और पारंपरिक पूजा-अर्चना के बीच श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस शुभ अवसर पर हजारों भक्तों ने बाबा केदार के प्रथम दर्शन किए और “हर हर महादेव” के नारों से पूरा धाम गूंज उठा।
भव्य अनुष्ठान और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ खोले गए कपाट
महाशिवरात्रि के दिन घोषित तिथि के अनुसार, आज 2 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए। पंचमुखी डोली उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर से 4 दिन की यात्रा के बाद धाम पहुंची। मंदिर में वैदिक मंत्रों, बम-बम भोले के जयकारों और ढोल-नगाड़ों के साथ कपाट खोलने का भव्य आयोजन हुआ।



दर्शन की समय-सारणी व जरूरी निर्देश
- सुबह दर्शन: 7:00 AM – 3:00 PM
- शाम दर्शन: 5:00 PM – 9:00 PM
- ई-पास अनिवार्य: सभी यात्रियों को पंजीकरण कराना आवश्यक
- स्वास्थ्य जांच: उच्च हिमालयी यात्रा से पूर्व मेडिकल जांच आवश्यक
केदारनाथ धाम का इतिहास और पौराणिक महत्व
केदारनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे भगवान शिव के सबसे पवित्र धामों में माना जाता है। मान्यता है कि यह मंदिर महाभारत काल में पांडवों द्वारा स्थापित किया गया था।
जब महाभारत के युद्ध के पश्चात पांडव अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए शिव की तलाश में हिमालय आए, तब भगवान शिव ने उनसे छुपने के लिए भैंसे का रूप धारण किया। जब भीम ने उन्हें पहचान लिया, तो भगवान शिव अंतर्धान हो गए। यही स्थान बाद में केदारनाथ धाम बना, जहां उनकी पीठ के रूप में एक स्वयंभू शिवलिंग प्रकट हुआ।